हक्कानी नेटवर्क (एचक्यूएन) अफगानिस्तान और पाकिस्तान में चलने वाला आतंकवादी संगठन है, जिसका गठन 1980 के दशक के उत्तरार्ध में हुआ। एचक्यूएन ने अफगानिस्तान में संयुक्त राज्य और गठबंधन सेनाओं, अफगान सरकार तथा नागरिक ठिकानों पर अनेक उल्लेखनीय हमले और अपहरण किए और उनकी योजना बनाई। जून 2012 में, एचक्यूएन ने अफगानिस्तान के खोस्त में अमेरिकी सैन्य बेस पर आत्मघाती बम हमला किया, जिसमें दो अमेरिकी सैनिक मारे गए और 100 से अधिक अन्य घायल हुए। अफगानिस्तान के अधिकारियों ने काबुल में मई 2017 में हुए ट्रक बम विस्फोट के लिए एचक्यूएन पर आरोप लगाया, जिसमें 150 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। माना जाता है कि जनवरी 2018 में एम्बुलेंस बम विस्फोट की घटना के लिए एचक्यूएन ही जिम्मेदार है। इस घटना में 100 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। अफगान अधिकारियों ने जनवरी 2018 में काबुल के इंटरकॉन्टिनेंटल होटल पर हुए हमले के लिए भी एचक्यूएन पर ही आरोप लगाया था, जिसमें 22 लोग मारे गए थे।
19 सितंबर 2012 को अमेरिकी राज्य विभाग ने एचक्यूएन को संशोधित प्रवास और राष्ट्रीयता अधिनियम के अनुच्छेद 219 के तहत विदेशी आतंकवादी संगठन करार दिया। इसके पहले, 7 सिंतबर 2012 को संशोधित कार्यकारी आदेश 13224 के अनुसार एचक्यूएन को विशेष रूप से वैश्विक आतंकवादी संगठन करार दिया था। इस नामांकन के परिणामस्वरूप, अन्य परिणामों के साथ, एचक्यूएन की सारी संपत्ति और संपत्ति से संबंधित हितों जो अमेरिकी न्यायाधिकार में आते हैं उन्हें अवरोधित कर दिया गया है, और अमेरिकी लोगों को सामान्य रूप से एचक्यूएन के साथ किसी भी प्रकार के लेन—देन में शामिल होने से निषिद्ध किया गया है । इसके अलावा, एचक्यूएन को जानबूझकर सामग्री सहायता या संसाधन प्रदान करना, या प्रदान करने का प्रयास करना या साजिश करना एक अपराध है।